स्नेह की संजीवनी
जब हर ओर निराशा हो, आशा की किरण दिखा देना। जब राहों में हो घोर निशा, दीपक बन कोई राह दिखा देना। कोई साथ दे ना दे, तुम अपना हाथ बढ़ा देना। दर्द में जब कोई तड़प रहा हो, स्नेह की संजीवनी पिला देना। बनकर पथ प्रदर्शक किसी का, उसके जीवन में उल्लास जगा देना।। _____✍️गीता »