सन् 1857 की महाक्रांति के योद्धा, हरियाणा के राजनायक राजा राव तुलाराम पर कविता –

( सभी कवि एवं पाठको को मेरा नमस्कार , आज 10 महीने बाद इस वेबसाइट पर आने का अवसर मिला है , एक वीरता पूर्ण…

शेर

नजाने कब ख़तम होगी ज़द्दो ज़हद ज़िन्दगी की, अभी टॉक उलझा हूँ ज़िन्दगी क सवालो मे। अंदाज़ उसका बे मिसाल था,बेवफाई उसने की, मगर मई…

सबूत

आज सबूत माँग रहे हो कि तुमसे कब, कहाँ और कैसे प्यार किया ?? पहचानने से इनकार कर दिया मुझे ! और कर ही क्या…

बंद आंखों की

बंद आंखों की कोरों पर ठहरी बूंदें गोया पलकों के पीछे गहराते अंधेरे में क़ैद किरणें अपनी ही आंच में पिघलती जा रही हैं धीरे-…

अब के झमाझम

अब के झमाझम सावन ने ताना अंतरपट झीना, झिलमिल – झिलमिल अंबर से धरती तक ढोल – नगाड़े बजते अविरत बिजली का मंडोला सजता नभ…

आत्म ज्ञान

एक व्यक्ति का व्यक्तित्व उस व्यक्ति की सोच पर हीं निर्भर करता है। लेकिन केवल अच्छा विचार का होना हीं काफी नहीं है। अगर मानव…

अंजुमन

दिल के वीराने में एक अंजुमन हम भी सजाते हैं। जब भी होते हैं तन्हा आपको उसमें बिठाते हैं। आप तो भूल गए हो यादें…

सावन

अब के झमाझम सावन ने ताना अंतरपट झीना, झिलमिल – झिलमिल अंबर से धरती तक ढोल – नगाड़े बजते अविरत बिजली का मंडोला सजता नभ…

मेरी दुआ

मेरी दुआ है आतिश-ए-इश्क़ में तेरा घर भी यूँ ही जला करे न ज़ख़्म हो न सकूँ मिले तेरा दिल भी यूँ ही दग़ा करे…

कड़वा सच

सच है एक कड़वी दवा, इसको धीरे-धीरे पिला। आदत तो हो जाने दे, इतना सच कैसे झेलूॅं, चाक सीना तो सी लूॅ़ं। भरम में ही…

वर्तमान से वक्त बचा लो तुम निज के निर्माण में [तृतीय भाग ]

प्रतिकूल परिस्थितियों के लिए संसार को कोसना सर्वथा व्यर्थ है। संसार ना तो किसी का दुश्मन है और ना हीं किसी का मित्र। संसार का…

मुक्तक

आजकल थोड़ा खफा सा रहता है जग रहा मगर सोया सा रहता है पर जाने क्या है मजबूरी उसकी वो बैठा हुआ थका सा रहता…

वर्तमान से वक्त बचा लो तुम निज के निर्माण में [द्वितीय भाग]

===== धर्म ग्रंथों के प्रति श्रद्धा का भाव रखना सराहनीय हैं। लेकिन इन धार्मिक ग्रंथों के प्रति वैसी श्रद्धा का क्या महत्व जब आपके व्यवहार…

पिता की छांव

विषय– पिता की छांव मां-पापा हैं मेरे जीवन की पतवार कैसे चुका पाएंगे हम अपने पापा के उपकार चलना सिखाया पापा ने मुझे गोद उठा…

वर्तमान से वक्त बचा लो तुम निज के निर्माण में [प्रथम भाग]

अपनी समृद्ध ऐतिहासिक विरासत पर नाज करना किसको अच्छा नहीं लगता? परंतु इसका क्या औचित्य जब आपका व्यक्तित्व आपके पुरखों के विरासत से मेल नहीं…

सतत संग्राम

सोचता था तूने मुझे छोड़ दिया पर पीछे मुड़ा तो साया तेरा ही था हम टूटे थे उस वक्त जरूर पर खुद्दारी से लड़कर सफल…

मुकम्मल

सुना हैं कभी किसी को मुकम्मल जहां नहीं मिलता। हमें जैसा भी मिला है किसी को ऐसा भी आसमां नहीं मिलता।

इन्तज़ार

नहीं कर सकते हम अब और इन्तज़ार, करना ही नहीं अब हमें तुमसे प्यार। मेरी बेबसी का मजाक उड़ाते हो, मेरे दिल को रोज़ चोट…

ज़िन्दगी

न जाने कहां ले जा रही है जिंदगी.. जाने क्या चाहती है मुझसे यह जिंदगी?? खुद को जितना गमों से दूर रखती हूं, उतना ही…

अखबार के खास

समाज की बेहतरी की दिशा में आप कोई कार्य करें ना करे परन्तु कार्य करने के प्रयासों का प्रचार जरुर करें। आपके झूठे वादों ,…

प्रीत

प्रीत रोग के मारे दिल को हम को ये तो बताना था हम को .गम तो और भी हैं लेकिन इसी का .जमाना धा हम…

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