प्यार

हम उनसे प्यार और वो बेक़रार करते रहे कहना था कुछ और, और ही कुछ कहते रहे वो दौर-ए-जवानी मुझे सारा मेहखना दे रही थी…

नील कंठ

नीले रंग से यह कैसा खुमार नील कंठ तुझसे यह कैसा प्यार आदी योगी शिव शम्भू भांग धतूरा से सज्जित तुझपे यह जान समर्पित नंदी…

Wo din ab dur nahi

वो दिन अब दूर नहीं जब, होगा चांद हमारी मुट्ठी में, तो क्या हुआ जब रह गया फासला थोड़ी दूरी का, हौसला तो अभी बाकी…

खुदा

तुझसे सवाल बहुत लोग करते है पर किस की फ़रियाद कबूल होती है उसका पता नहीं जब टूट के बिखर रहा था तब तू कहा…

प्रकृति

प्रकृति का कत्ल करकर, जो जीने की आस रखते है। कुदरत को मारकर, जो धार्मिक लिबास रखते है। दिल में नफरत बढ़कर, मुँह पे मिठास…

जिंदगी

जिंदगी की तेज रफ्तार गाड़ी , बिना रुके चलती चली जाती है। दुख सुख के स्टेशनों पर , नहीं एक क्षण भी गवाती हैं। जब…

हसीन मुलाकात

वो ज़िन्दगी का सबसे हसीन मोड़ था जब तुझसे रूबरू हुए_ धड़कने काबू में नहीं थी नज़रें तुमसे मिलने को बेक़रार थी इख़्लास बेइंतहा इस…

मेरी मां

निस्वार्थ प्रेम की सूरत हो , भगवान की कोई मूरत हो , बरसे आंखों में जिसके दुआ ,आशीर्वादो से भरा कुंआ। सूखी धरती में वर्षा…

बाल कविता

मेरा बेटा ———– गोलू मोलू गप्पा सा, गुस्सा जैसे हलवा सा, अकड़ -मकड़ दिखलाता है , हंसाओ तो सब भूल जाता है। लड़ने को हरदम…

बाल गीत

तूफानों से लड़ना होगा , कांटों पर भी चलना होगा फूलों सा महकना होगा, सूरज का चमकना होगा, दुनिया को बदलना होगा , जग से…

बाल गीत

तूफानों से लड़ना होगा , कांटों पर भी चलना होगा फूलों सा महकना होगा, सूरज का चमकना होगा, दुनिया को बदलना होगा , जब से…

बाल गीत

तूफानों से लड़ना होगा , कांटों पर भी चलना होगा फूलों सा महकना होगा, सूरज का चमकना होगा, दुनिया को बदलना होगा , जब से…

रिस्ता

तेरा मेरा रिस्ता हैं क्या अपनो सा किस्सा है क्या क्यों इतना अपना सा लगता है तू अनजान शहर में इतना अपना सा लगता है…

Lauta do fir se wahi manjar

लौटा दो फिर से वही मंजर, बाबा मेरे थे वो कितने प्यारे, उंगली पकड़कर चलना मुझे सिखाया था कभी आपने, कंधों पर भी मुझे झूला…

Lauta do fir se wahi manjar

लौटा दो फिर से वही मंजर बाबा मेरे थे वो कितने प्यारे उंगली पकड़कर चलना मुझे सिखाया था कभी आपने कंधों पर भी मुझे झूला…

गरीबी

कूड़े की किसी ढेर में खोया हुआ बचपन । भुट्टो को बेचने के लिए दौड़ता बचपन कोयले की खदानों में डूबता हुआ बचपन आटे की…

पाबंदी

सच बोलने पर, आज पाबंदी लग चुकी है। मर चुके ज़मीर, यहाँ खुलेआम बिक रहे हैं। डर के कारण, कोई आवाज़ नहीं उठाता यूँ तारीफों…

Khushio ki saugat hoti hai aulad

खुशियों की सौगात होती है औलाद, जीवन का संगीत होती है औलाद, माता-पिता की गर अच्छी हो औलाद, बुढ़ापे की लाठी होती है औलाद, फल…

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